मुंगेर (प्रिंस दिलखुश, एनएच लाइव बिहार) विजय चंद्र शर्मा 2009 बैच के दारोगा हैं। इन्होंने अपने कैरियर की शुरूआत भागलपुर जिले से ही की थी। इनकी पहली पोस्टिंग मोजाहिदपुर में जेएसआई के रूप में हुई। थानेदार के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग अमडंडा में हुई थी। वे दो साल तक यहां रहे। फिर उन्हें बरारी थाने की कमान मिली। बरारी में रहते उन्होंने चंदन चौधरी को जिंदा जलाने मामले में 24 घंटों के अंदर आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बरारी में कुख्यात अभय यादव गिरोह के कई गुर्गो को जेल भेजा था। सबौर में रहते उनकी हाथापाई कुख्यात क्रांति यादव से हुई थी।
Wednesday, 22 March 2017
अपराधियों के लिए दहशत का दूसरा नाम था चुलबुल पांडेय !
मुंगेर (प्रिंस दिलखुश, एनएच लाइव बिहार) विजय चंद्र शर्मा 2009 बैच के दारोगा हैं। इन्होंने अपने कैरियर की शुरूआत भागलपुर जिले से ही की थी। इनकी पहली पोस्टिंग मोजाहिदपुर में जेएसआई के रूप में हुई। थानेदार के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग अमडंडा में हुई थी। वे दो साल तक यहां रहे। फिर उन्हें बरारी थाने की कमान मिली। बरारी में रहते उन्होंने चंदन चौधरी को जिंदा जलाने मामले में 24 घंटों के अंदर आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बरारी में कुख्यात अभय यादव गिरोह के कई गुर्गो को जेल भेजा था। सबौर में रहते उनकी हाथापाई कुख्यात क्रांति यादव से हुई थी।
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