Sunday, 5 March 2017

प्रताड़ना की शिकायत लेकर थाना पहुंची छात्राएं


जमालपुर (एनएच ब्यूरो मुंगेर) यूनिफार्म पहने कंधे पर स्कूल बैग लिए छात्राओं को स्कूल जाते तो अक्सर देखा है, मगर जब कोई छात्रा कंधे पर स्कूल बैग लेकर थाना पहुंचे तो साफ समझा जा सकता है कि मामला गंभीर हो सकता है। लेकिन जब दर्जनों छात्राएं थाना में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे, तो मामला जरूर संगीन हो सकता है। गुरूवार सुबह करीब 11 बजे छात्राओं का एक समूह आदर्श थाना जमालपुर पहुंचा, तो थाना के इर्द-गिर्द से गुजरने वालों निगाहें कुछ देर के लिए थाना परिसर की ओर थम गई। सभी आश्चर्य भरी निगाहों से मामले के बारे में जानने का प्रयास कर रहे थे।

अभिव्यक्ति की आजादी छिनने का प्रयास
मामला बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं के हक से जुड़ी हुई है। अपने हक की मांग कर रहे छात्राओं को प्रताड़ित करने का भी मामला है। उन्हें अपनी मांग जिला के उच्चाधिकारियों के समक्ष रखने पर प्राचार्या व शिक्षिकाओं की धमकी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अपनी अभिव्यक्ति को प्रकट करने से रोका जा रहा है। यह आरोप उन दर्जनों छात्राओं का है, जो अपनी शिकायत लेकर थाना पहुंची थी।





छात्राओं व शिक्षिकाओं के बीच करीब 5 दिनों से चल रही खिंचतान छात्राओं को मिलने वाली साईकिल, पोशाक, सेनेटरी नैप्कीन व छात्रवृति के रूप में मिलने वाली राशि से जुड़ा है। छात्राओं की शिकायत है कि करीब 80 प्रतिशत छात्राओं को सरकार की ओर से मिलने वाली विभिन्न लाभों से वंचित रखने का प्रयास है। इस पर अपना पक्ष रखने पर छात्राओं को शिक्षक प्रताड़ित करते हैं। उन्हें जेल भेजने, परीक्षा में फेल करने व प्रैक्टिकल में नम्बर काटने तक की धमकी दी जा रही है।


आदर्श थाना जमालपुर के थानाध्यक्ष विश्वबंधु ने छात्राओं की शिकायत गंभीरता से सुनने के बाद उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। छात्राओं की शिकायत की जांच करने थानाध्यक्ष बालिका उच्च विद्यालय पहुंचे। पुलिस को देखकर प्राचार्या ने स्कूल का मेन गेट खोलने से मना कर दिया। थानाध्यक्ष के बार-बार कहने के बाद प्राचार्या शीला कुमारी ने खुद गेट खोला। थानाध्यक्ष ने छात्राओं की समस्या पर चर्चा की।


बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए सामाजिक संस्था शिक्षा जगत खुलकर आगे आ गया है। छात्राओं के साथ थाना पहुंचकर थानाध्यक्ष से छात्राओं को न्याय दिलाने की मांग की। थानाध्यक्ष के साथ बालिका उच्च विद्यालय पहुंचे शिक्षा जगत के अध्यक्ष मो मोकिम ने प्राचार्या शीला कुमारी से छात्राओं का हक दिए जाने का मांग किया। उन्होंने प्रचार्या से छात्राओं को प्रताड़ित किए जाने के सवाल पर भी चर्चा की। वहीं, शिक्षा जगत के संस्थापक इंद्रदेव दास ने भी प्रचार्या से छात्राओं को धमकाए जाने के सवाल पर प्राचार्या शीला कुमारी से उनका पक्ष रखने को कहा।


प्रचार्या शीला कुमारी ने अपने व अन्य शिक्षकों के विरूद्ध छात्राओं द्वारा लगाए गए इल्जाम को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि छात्राएं अपनी गलती छुपाने के लिए झूठा आरोप लगा रही हैं। स्कूल आने के वजाय थाना व उच्चाधिकारियों के समक्ष जाकर स्टंट करने का प्रयास कर रहीं हैं। लिपिक के अनुपस्थिति में दस्तावेज का अभाव बताकर प्राचार्या ने तत्कालीन दस्तावेज दिखाने से इनकार कर दिया।




छात्राओं की शिकायत पर बालिका उच्च विद्यालय पहुंचे थानाध्यक्ष व शिक्षा जगत संस्था के पदाधिकारियों ने अफसोस व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहन करने के लायक स्कूल में कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद छात्राओं का क्लास आना उनकी मजबूरी को दर्शाता है। शिक्षकों को छात्राओं के साथ सकारात्मक व्यवहार दिखाने की अपील करते हुए मामले को निपटाने पर जोर दिया।



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